क्या आप जानते हैं कि जैसे हम पैसे बचाकर अपने भविष्य को सुरक्षित करते हैं, वैसे ही हम अपनी “प्रजनन क्षमता” यानी बच्चे पैदा करने की क्षमता को भी भविष्य के लिए सुरक्षित रख सकते हैं? इसे प्रजनन क्षमता संरक्षण (Fertility Preservation) कहते हैं। आजकल कई लोग पहले पढ़ाई और करियर बनाना चाहते हैं, और फैमिली की प्लानिंग बाद में करते हैं। लेकिन कभी-कभी बीमारी या उम्र बढ़ने की वजह से यह क्षमता कम हो सकती है। फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन की मदद से हम इस क्षमता को सुरक्षित रख सकते हैं, ताकि जब आप तैयार हों, तब अपने परिवार की शुरुआत कर सकें। देवकी आईवीएफ सेंटर में हम आपके माता-पिता बनने के सपने को साकार करने में मदद करते हैं।
प्रजनन क्षमता संरक्षण (Fertility Preservation) क्या है?
प्रजनन क्षमता संरक्षण एक ऐसी डॉक्टरी प्रक्रिया है, जिसमें किसी व्यक्ति के अंडे या शुक्राणु को एक खास लैब में सुरक्षित रख दिया जाता है, ताकि भविष्य में जब वह माता-पिता बनने का फैसला करे, तो उनका इस्तेमाल किया जा सके। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि समय बीतने या किसी बीमारी के इलाज के कारण ये “बीज” खराब न हों, और भविष्य में स्वस्थ बच्चे का सपना पूरा हो सके।
प्रजनन क्षमता को संरक्षित करने की आवश्यकता क्यों है?
ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से लोग अपनी “माँ-बाप बनने की क्षमता” को भविष्य के लिए सुरक्षित रखना चाहते हैं:
1. स्वास्थ्य समस्याएँ (Medical Reasons)
- कैंसर का इलाज: कीमोथेरेपी या रेडिएशन जैसे इलाज प्रजनन क्षमता को नुकसान पहुँचा सकते हैं। इलाज से पहले अंडे या शुक्राणु सुरक्षित कर लेना एक समझदारी भरा कदम है।
- कुछ गंभीर बीमारियाँ: कोई बड़ी सर्जरी या अन्य बीमारियाँ भी प्रजनन अंगों को प्रभावित कर सकती हैं।
2. जीवन की योजना (Personal & Social Reasons)
- पढ़ाई और करियर: आज कई लोग पहले अपनी पढ़ाई और नौकरी पर ध्यान देना चाहते हैं और बाद में फैमिली की प्लानिंग करते हैं।
- सही साथी का इंतज़ार: कई बार लोग परिवार बनाने के लिए सही साथी का इंतज़ार कर रहे होते हैं।
- पैसों की स्थिरता: लोग चाहते हैं कि बच्चे को लाने से पहले उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो।
3. उम्र बढ़ना (Age-Related Reasons)
- महिलाओं के लिए: उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं के अंडों की गुणवत्ता और संख्या कम होने लगती है। यह प्रक्रिया 35 साल की उम्र के बाद तेज हो जाती है।
- पुरुषों के लिए: पुरुषों में भी उम्र के साथ शुक्राणुओं की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है।
महिलाओं के लिए प्रजनन क्षमता संरक्षण के विकल्प
आइए जानते हैं कि कोई महिला अपनी “माँ बनने की क्षमता” को भविष्य के लिए कैसे सुरक्षित रख सकती है। इसके मुख्य तरीके ये हैं:
1. अंडे सुरक्षित रखना (Egg Freezing)
- डॉक्टर अंडाशय (Ovary) से अंडे (Eggs) निकालते हैं और उन्हें भविष्य के लिए सुरक्षित फ्रीज़ कर देते हैं।
- उन महिलाओं के लिए जो अभी माँ नहीं बनना चाहतीं, लेकिन भविष्य में बनना चाहेंगी।
2. भ्रूण सुरक्षित रखना (Embryo Freezing)
- लैब में पति या पार्टनर के स्पर्म से अंडे को मिलाकर एक भ्रूण (Embryo) बनाया जाता है और उसे फ्रीज़ करके रखा जाता है।
- उन विवाहित जोड़ों के लिए जो भविष्य में बच्चा चाहते हैं।
3. अंडाशय की सुरक्षा (Ovarian Tissue Freezing)
- अंडाशय का एक छोटा सा टुकड़ा निकालकर उसे फ्रीज़ कर दिया जाता है। बाद में इसे वापस लगाया जा सकता है।
- यह खासकर उन युवा लड़कियों के लिए है जिनका कैंसर का इलाज चल रहा है।
पुरुषों के लिए प्रजनन क्षमता संरक्षण के विकल्प
जिस तरह महिलाएं भविष्य के लिए अपने अंडे सुरक्षित रख सकती हैं, उसी तरह पुरुष भी अपने शुक्राणु (Sperm) को सुरक्षित रख सकते हैं। इसे ‘स्पर्म बैंकिंग’ या ‘शुक्राणु संरक्षण‘ कहते हैं।
1. शुक्राणु संरक्षण (स्पर्म फ्रीजिंग)
- यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पुरुष के शुक्राणु (वीर्य) का सैंपल लेकर उसे बहुत ठंडा करके सुरक्षित रख दिया जाता है।
- शुक्राणु संरक्षण क्यों किया जाता है:
- अगर किसी को कैंसर जैसी बीमारी का इलाज (कीमोथेरेपी) कराना है।
- अगर कोई भविष्य में फैमिली प्लान करना चाहता है।
- कोई ऐसा काम करने वाले जिसमें चोट लगने का खतरा हो।
2. टेस्टिकुलर टिश्यू फ्रीजिंग (विशेष मामलों के लिए)
- यह एक नई तकनीक है। इसमें अंडकोष (टेस्टिस) का एक छोटा सा टुकड़ा लेकर उसे फ्रीज कर दिया जाता है।
- जब लड़कों में अभी शुक्राणु नहीं बने होते, लेकिन उन्हें कैंसर का तुरंत इलाज शुरू करना होता है।
प्रजनन क्षमता संरक्षण (Fertility Preservation) की प्रक्रिया
यह एक ऐसी प्रक्रिया है जहाँ अंडे (Eggs), शुक्राणु (Sperm), या भ्रूण (Embryo) को भविष्य के लिए सुरक्षित रखा जाता है। इसे “फ्रीज करना” भी कहते हैं।
- पहला कदम – डॉक्टर से मिलें और अपनी जाँच कराएँ।
- महिलाओं के लिए – कुछ दवाओं के इंजेक्शन लगते हैं, ताकि अंडाशय में अंडे तैयार हों।
- पुरुषों के लिए – एक नमूना (सीमन) देना होता है, जैसे टेस्ट में।
- अगला चरण – एक छोटी सी दिन की प्रक्रिया में, डॉक्टर अंडे या शुक्राणु एकत्र करते हैं।
- अंतिम चरण – इन अंडों या शुक्राणुओं को विशेष लैब में सुरक्षित फ्रीज़ कर दिया जाता है।
- भविष्य के लिए – जब आप परिवार शुरू करना चाहें, तब इन्हें पिघला कर इस्तेमाल किया जा सकता है।
निष्कर्ष
प्रजनन क्षमता संरक्षण (Fertility Preservation) एक ऐसा तरीका है जो आपको आगे चलकर माँ-बाप बनने का मौका सुरक्षित रखने में मदद करता है। जैसे कि आप पैसे बचाते हैं, वैसे ही आप अपनी फर्टिलिटी को भी भविष्य के लिए सुरक्षित रख सकते हैं। देवकी आईवीएफ सेंटर में हमारे डॉक्टर आपको आसान भाषा में पूरी प्रक्रिया समझाएंगे और आपके हर सवाल का जवाब देंगे।
प्रजनन क्षमता संरक्षण के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रजनन क्षमता संरक्षण (फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन) क्या है?
प्रजनन क्षमता संरक्षण वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से पुरुषों और महिलाओं अपनी भविष्य की प्रजनन क्षमता को सुरक्षित कर सकते हैं। इसमें अंडाणु (Egg), शुक्राणु (Sperm) और अंडाशय ऊतक (Ovarian tissue) को सुरक्षित करना शामिल होता है ताकि भविष्य में संतान प्राप्ति में मदद मिल सके।
कौन लोग प्रजनन क्षमता संरक्षण करवा सकते हैं?
प्रजनन क्षमता संरक्षण उन लोगों के लिए उपयोगी है जो कैंसर या अन्य चिकित्सा उपचारों से गुजर रहे हैं, जिनका प्रजनन क्षमता पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा, उन लोग जो अपने भविष्य में संतान पाने की योजना बनाना चाहते हैं, वे भी यह प्रक्रिया करवा सकते हैं।
पुरुषों के लिए प्रजनन क्षमता संरक्षण कैसे किया जाता है?
पुरुषों में आमतौर पर शुक्राणु को सुरक्षित किया जाता है। इसमें शुक्राणु का संग्रहण और फ्रीजिंग शामिल है, जिसे बाद में आईवीएफ या अन्य सहायक प्रजनन तकनीकों में इस्तेमाल किया जा सकता है।
महिलाओं के लिए प्रजनन क्षमता संरक्षण के विकल्प क्या हैं?
महिलाओं के लिए मुख्य विकल्पों में अंडाणु फ्रीजिंग, भ्रूण (Embryo) फ्रीजिंग और अंडाशय ऊतक संरक्षण शामिल हैं। यह प्रक्रिया महिलाओं को भविष्य में गर्भधारण की संभावना बनाए रखने में मदद करती है।
प्रजनन क्षमता संरक्षण के लिए सबसे अच्छा समय कब है?
प्रजनन क्षमता संरक्षण के लिए सबसे अच्छा समय उस व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है। सामान्यत: उपचार से पहले या अंडाणु/शुक्राणु की गुणवत्ता सबसे अच्छी होने पर इसे करना सुरक्षित और प्रभावी माना जाता है।