सोनोग्राफी टेस्ट क्यों किया जाता है?

सोनोग्राफी टेस्ट क्यों किया जाता है

सोनोग्राफी टेस्ट एक आसान और दर्द रहित जांच है जिसमें ध्वनि तरंगों की मदद से शरीर के अंदर की तस्वीरें ली जाती हैं। यह पूरी तरह सुरक्षित होता है और इसमें कोई चोट नहीं लगती। यह टेस्ट गर्भवती महिलाओं के लिए खासतौर पर जरूरी होता है, ताकि बच्चे की सेहत और ग्रोथ की जांच की जा सके। देवकी हॉस्पिटल सूरत में हम आपकी पूरी केर करते हैं और टेस्ट के हर स्टेप को आसान भाषा में समझाते हैं।

सोनोग्राफी (Ultrasound sonography) टेस्ट क्या है?

सोनोग्राफी, जिसे अल्ट्रासाउंड भी कहते हैं, एक सुरक्षित और दर्द रहित टेस्ट है जो शरीर के अंदर की तस्वीरें लेने के लिए किया जाता है। इसमें ध्वनि तरंगों (साउंड वेव्स) का उपयोग होता है, जो एक मशीन के जरिए शरीर में भेजी जाती हैं और वापस लौटकर इमेज बनाती हैं। यह एक्स-रे की तरह हानिकारक रेडिएशन नहीं होता, इसलिए यह गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित है।

सोनोग्राफी कितने प्रकार के होते हैं?

सोनोग्राफी (अल्ट्रासाउंड) टेस्ट अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि डॉक्टर को क्या जानकारी चाहिए। आइए समझते हैं मुख्य प्रकार:

प्रकार (Type)क्या दिखाता है? (What it shows?)कब किया जाता है? (When is it done?)
2D सोनोग्राफीसाधारण काला-सफेद तस्वीरगर्भावस्था की सामान्य जांच, अंगों की जाँच
3D/4D सोनोग्राफीबच्चे की 3D तस्वीर, हिलते हुए वीडियोबच्चे का चेहरा और शरीर देखने के लिए
डॉप्लर सोनोग्राफीखून का बहाव और दिल की धड़कनअगर बच्चे को खून की कमी हो
ट्रांसवजाइनल सोनोग्राफीगर्भाशय की अंदरूनी तस्वीरप्रेगनेंसी के शुरुआती महीनों में

गर्भावस्था सोनोग्राफी का परीक्षण कैसे किया जाता है? (Pregnancy Sonography Test)

गर्भावस्था में सोनोग्राफी (प्रेगनेंसी सोनोग्राफी) एक सुरक्षित और दर्द रहित इमेजिंग टेस्ट है, जिससे गर्भ में पल रहे शिशु की वृद्धि, स्वास्थ्य और विकास की जांच की जाती है। यह अल्ट्रासाउंड तकनीक पर आधारित है, जिसमें ध्वनि तरंगों (sound waves) का उपयोग कर गर्भाशय की तस्वीरें बनाई जाती हैं।

  1. डॉक्टर की सलाह – पहले डॉक्टर सोनोग्राफी करवाने की सलाह देते हैं।
  2. तैयारी – अगर पेट की सोनोग्राफी है, तो खाली पेट जाना पड़ सकता है। अगर पेल्विक (निचले पेट) की जाँच है, तो पानी पीकर ब्लैडर भरना होता है।
  3. कपड़े बदलना – कुछ केस में गाउन पहनने को कहा जाता है।
  4. जेल लगाना – पेट पर एक स्पेशल जेल लगाया जाता है, जिससे प्रोब आसानी से स्किन पर घूम सके।
  5. प्रोब का उपयोग – डॉक्टर एक छोटी मशीन (प्रोब) को पेट पर घुमाते हैं, जिससे अंदर की तस्वीरें स्क्रीन पर दिखती हैं।
  6. फोटो लेना – जरूरी अंगों या बच्चे की तस्वीरें कंप्यूटर पर सेव की जाती हैं।
  7. रिपोर्ट तैयार करना – जाँच के बाद डॉक्टर रिपोर्ट बनाकर बताते हैं कि सब ठीक है या नहीं।

 

गर्भावस्था में सोनोग्राफी टेस्ट के फायदे (Benefits of Pregnancy Sonography)

सोनोग्राफी (Ultrasound sonography) टेस्ट गर्भवती महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और उपयोगी जांच है। यह डॉक्टरों को बच्चे के विकास और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देता है। आइए जानते हैं प्रेगनेंसी सोनोग्राफी के मुख्य फायदे:

  • बच्चे की सेहत देखने के लिए – डॉक्टर बच्चे के विकास को चेक करते हैं।
  • हार्टबीट पता करने के लिए – बच्चे की धड़कन सुनने में मदद मिलती है।
  • बच्चे की पोजीशन जानने के लिए – पता चलता है बच्चा सही जगह पर है या नहीं।
  • कोई समस्या हो तो पकड़ने के लिए – अगर बच्चे को कोई दिक्कत हो तो समय पर इलाज हो सकता है।
  • माँ की सेहत जांचने के लिए – गर्भाशय और प्लेसेंटा ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं।

निष्कर्ष

सोनोग्राफी टेस्ट एक बहुत ही सुरक्षित और भरोसेमंद जांच है। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत और विकास के बारे में पता चलता है। डॉक्टर इस टेस्ट की मदद से यह भी जांचते हैं कि माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं या नहीं। अगर आप सूरत में रहते हैं और अच्छी सोनोग्राफी सुविधा चाहते हैं, तो Devaki IVF Center in Surat एक बेहतरीन विकल्प है। यहाँ आधुनिक मशीनों और अनुभवी डॉक्टर्स की टीम है, जो सही और स्पष्ट रिपोर्ट देती है।

Frequently Asked Questions

सोनोग्राफी टेस्ट क्या होता है?

सोनोग्राफी एक सुरक्षित टेस्ट है जिसमें अल्ट्रासाउंड मशीन की मदद से शरीर के अंदर की तस्वीरें ली जाती हैं। यह गर्भवती महिलाओं को बच्चे की सेहत जांचने में मदद करता है।

नहीं, सोनोग्राफी पूरी तरह सुरक्षित है। इसमें कोई रेडिएशन नहीं होता, बस साउंड वेव्स का इस्तेमाल होता है।

3D/4D सोनोग्राफी में बच्चे की साफ और डिटेल्ड तस्वीरें मिलती हैं। यह नॉर्मल सोनोग्राफी से ज्यादा क्लियर होती हैं।

यह टेस्ट सिर्फ 15-30 मिनट में हो जाता है। इसमें कोई दर्द नहीं होता।

रिपोर्ट में डॉक्टर बच्चे की ग्रोथ, हार्टबीट और अन्य जानकारी लिखते हैं। इसे समझने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें। यदि आपके मन में कोई और सवाल है तो देवकी हॉस्पिटल, सूरत के विशेषज्ञों से संपर्क करें!

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Devaki Hospital & Test Tube Baby Centre - Surat

Devaki Hospital & Test Tube Baby Centre is a leading fertility and gynecology hospital based in Surat, offering comprehensive care in reproductive health, assisted conception, and maternity services. With branches in Majura Gate, Parvat Patiya, and Kamrej, our hospital is dedicated to helping couples fulfill their dream of becoming parents. Founded and led by Dr. Haresh Zinzala, a skilled and compassionate gynecologist, the hospital combines advanced medical technology with personalized care. From IVF, IUI, and ICSI to fertility preservation, high-risk pregnancy care, and laparoscopic surgery. We provide a full range of services under one roof in a warm, supportive environment.

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